बुधवार, 8 जुलाई 2020

परीक्षा गुरू उपन्यास की समीक्षा



        परीक्षा गुरु 1882 - लाला श्रींनिवासदास


परीक्षा गुरू को हिन्दी का पहला मौलिक उपन्यास माना जाता है। परीक्षा गुरू उपन्यास के लेखक लाला श्रीनिवासदास जी है। इसका प्रकाशन 1882 ई में हुआ था। 

परीक्षा गुरु उपन्यास का सारांश इस प्रकार है - 

इस उपन्यास में दिल्ली के एक सेठ मदन मोहन की कहानी बताई गयी है जो कुसंगति के कारण अपना बहुत सा धन बर्बाद कर देता है और फिर अपने एक वकील मित्र ब्रजकिशोर के प्रयासों से कुसंगति से बाहर निकलता है। उपन्यास में लाला मदनमोहन महाजनी संस्कृति के प्रतीक हैं, जो सामंतवादी प्रवृति से जकड़े हुए हैं। इस रचना का मूल भाव यह है कि व्यक्ति को जितनी चादर हो उतना ही खर्च करना चाहिए। कहीं-कहीं इसमे नई शिक्षा, आधुनिक कृषि, औद्योगिकीकरण तथा निज भाषा की उन्नति जैसे विचार भी दिखते है। 
लेखक ने इस ओर ध्यानाकर्षण किया हैं कि व्यापार जो कि निरंतर बढ़ती हुई शक्ति है, वह चापलूसों और सामंती अविवेक से घिरी हुई है।हमें अपनी पूंजी का संरक्षण करना चाहिए और देश हित में ही ख़र्च करना चाहिए। इस उपन्यास के माध्यम से लेखक यह बताना चाहता है कि स्वार्थी मित्र विपत्ति के समय साथ छोड़ देंगे और सच्चा मित्र ही तब साथ निभाएगा अर्थात सच्चे मित्र की पहचान विपत्ति में ही होती है।



UGC NET पाठ्यक्रम - परीक्षा गुरू उपन्यास 

मंगलवार, 7 जुलाई 2020

त्यागपत्र उपन्यास का सारांश - जैनेन्द्र कुमार

'त्यागपत्र' 1937 - जैनेन्द्र कुमार

'त्यागपत्र' जैनेन्द्र का तीसरा उपन्यास है। त्यागपत्र उपन्यास मेंं मृणाल के अभिशप्त जीवन की कथा कही गयी है। मृणाल के माता- पिता की देहांत हो चुका है। उसका संरक्षण उनके बड़े भाई की देख रेख में होता है। उसकी भाभी का उसपे कठोर नियत्रंण है। प्रमोद मृणाल से पांच साल छोटा भतीजा है। कालेज की पढ़ाई के दौरान मृणाल अपनी सहेली शीला के भाई से प्रेम करने लगती है। इस प्रेम संबंध का खुलासा होने पर पर उसकी भाभी उसे बुरी तरह पीटती है और जल्द ही मृणाल का विवाह एक अधेड़ व्यक्ति से कर दिया जाता है। पति के प्रति सत्यनिष्ठा रखते हुए मृणाल अपने पूर्व प्रेम-संबंध को बता देती है। उसका पति उसे घर से निकाल देता है। इसके बाद एक कोयला व्यापारी उस पर अनुरक्त होकर उसे अपने यहाँ ले जाता है। वासना की पूर्ति हो जाने के बाद वह भी उसे छोड़ देता है। मृणाल अस्पताल में एक बच्ची को जन्म देती है जो दस महिने बाद ही मर जाती है। इसके बाद मृणाल समाज के सबसे निम्नतम स्तर के लोगों के बीच पहुंच जाती है और घातक बीमारी से पीड़ित होकर कष्टमय जीवन व्यतीत करती है। मृणाल का भतीजा उसे घर ले जाने के लिए जाता है परंतु वह मना कर देती है। अंततः अत्यधिक पीड़ा से उसकी मृत्यु हो जाती है। प्रमोद को इसका इतना गहरा आघात लगता है कि वह ज़ज के पद से 'त्यागपत्र' देकर विरक्त हो जाता है। संक्षेप में यही जैनेन्द्र कुमार के उपन्यास का सारांश है। इस उपन्यास में जैनेन्द्र ने नारी के आत्मदान में ही उसकी मुक्ति के दर्शन को प्रतिपादित किया है। उपन्यास सामाजिक व्यवस्था की अमानवीयता को उजागर करता है।


सिन्दूर की होली नाटक - लक्ष्मीनारायण मिश्र

सिन्दूर की होली  नाटक के महत्वपूर्ण संवाद - 


"आजकल का कानून ही ऐसा है इसमें सजा उसको नहीं दी जाती जो कि अपराध करता है बल्कि सजा तो केवल उसकी होती है जो अपराध छिपाना नहीं जानता"। - मुरारीलाल 


"कानून और कला का साथ नहीं हो सकता है, कानून दंड देगा, कला क्षमा करेगी; कानून संदेह करेगा, कला विश्वास करेगी" - मनोरमा 


"पुरुष आँख के लोलुप होते है, विशेषतः स्त्रियों के संबंध में, मृत्यु शैय्या पर भी सुन्दर स्त्री इनके लिये सब से बड़े लोभ की चीज़ होती है"- मनोरमा 


"पुरुष का सबसे बड़ा रोग है स्त्री है और स्त्री का सब से बड़ा रोग है पुरुष। यह रोग तो मनुष्यता का है और शायद मनुष्य के विकास के साथ ही साथ इसका भी विकास हुआ है।" - मनोरमा 


"किसी को गोली मारना यदि वीरता है तो गोली मार कर बाँसुरी बजाना वीरता से बढ़कर वीरता है और महानता से बढ़कर महानता है"। - मनोज शंकर 



"स्त्री के लिए ज्ञान और विद्या का कोई मूल्य नहीं है। प्लेटों के प्रजातंत्र में कवि को कोई स्थान नहीं दिया गया था... स्त्री के प्रेमतंत्र में बुद्धि और ज्ञान को कोई स्थान नहीं दिया गया है"। - मनोज शंकर


"प्रेम करना विशेषतः स्त्री के लिए कभी बुराई नहीं.. स्त्री जाति की स्तुति केवल इसलिए होती है कि वे प्रेम करती है... प्रेम के लिए ही उनका जन्म होता है। स्त्री चरित्र की सबसे बड़ी विभूति उसका सबसे बड़ा तत्व प्रेम माना गया है।" - मनोज शंकर 



  "विधवाओं के उद्धार के नाम पर आन्दोलन पुरुषों ने उठाया अपने उद्धार के लिए। किसी प्राकृत विधवा से पूछो जो अभी तक पुरूषों के विषैले वातावरण में ना आई हो... देखो उसकी दृष्टि पृथ्वी में गड़ जाती है या नहीं... तुम्हारी समझ से विधवायें समाज के लिए कलंक है पर समझती हूं समाज की चेतना के लिए विधवाओं का होना आवश्यक है"- मनोरमा 


"यह अँग्रेजी विदेशी भावावेश प्रथम दर्शन का प्रेम हमारे देश में चल नहीं सकता" - मनोरमा 


"राम और सीता का, दुष्यंत और शकुन्तला का, नल और दमयन्ती का, अज और इंदुमती का प्रेम प्रथम दर्शन में ही हुआ था। स्त्री का हृदय सर्वत्र एक है, क्या पूर्व क्या पश्चिम क्या देश क्या विदेश"- चंद्रकला 


"तुम्हारा विधवापन तो रूढ़ियों का विधवापन है, वेद मंत्रों का और ब्रह्मभोज का... जिस पुरुष को तुमने देखा नहीं... जिसकी कोई धारणा तुम्हें नहीं है... जिसकी कोई स्मृति तुम्हारी आत्मा को हिला नहीं सकती - उसका वैधव्य कैसा?"- चंद्रकला


हिन्दी साहित्य MOCK TEST 02 NET/JRF 2020

         हिन्दी मीमांसा MOCK TEST 02

1. "प्राकृत की अंतिम अपभ्रंश अवस्था से ही हिन्दी साहित्य का आविर्भाव माना जा सकता है"। यह कथन किस आलोचक का है? 

a. डॉ नगेंद्र

b. रामचन्द्र शुक्ल

c. रामकुमार वर्मा 

d. हजारी प्रसाद द्विवेदी 

उत्तर -B

2. किशोरीदास वाजपेयी की व्याकरण पुस्तक का नाम क्या है? 

a. व्यवहारिक हिन्दी व्याकरण 

b. व्याकरण दर्पण 

c. हिन्दी शब्दानुशासन

d. परिष्कृत हिन्दी 

उत्तर- C

3. 'हंस' पत्रिका के संपादन के साथ निम्न में कौन सा युग्म जुड़ा रहा है? 

a. अमृतराय- संजीव 

b. प्रेमचंद- जैनेन्द्र कुमार 

c- संजीव- राजेंद्र यादव 

d. प्रेमचंद- राजेंद्र यादव 

उत्तर-D

4. 'काला जल' के रचनाकार कौन है? 

a. असगर वजाहत 

b. शमशेर बहादुर सिंह 

c. गुलशेर खां शानी 

d. राही मासूम रज़ा 

उत्तर - C

5. भक्तिकाल को 'लोकजागरण काल' नाम किसने दिया? 

a. रामबिलास शर्मा 

b. जार्ज ग्रियर्सन 

c. श्याम सुंदर दास 

d. हजारी प्रसाद द्विवेदी 

उत्तर - A

6. निम्न मे से कौन सी रचना धर्मवीर भारती की नहीं है? 

a. सातगीत वर्ष 

b. ठंडा लोहा 

c. आत्महत्या के विरुद्ध 

d. गुनाहों का देवता 

उत्तर - C

7. निम्न में से कौन सी रचना कवि-वृत्त संग्रह नहीं है? 

a. भक्तमाल

b. चौरासी वैष्णव की वार्ता 

c. शिवसिंह-सरोज 

d. दो सौ बावन वैष्णव की वार्ता 

उत्तर - C

8. निम्न में से कौन अपभ्रंश का कवि नहीं है? 

a. जगनिक

b. अब्दुल रहमान 

c. स्वयंभू 

d. पुष्पदंत

उत्तर - A

9. डॉ नगेंद्र को किस धारा का आलोचक माना जाता है? 

a. लोकमंगलवादी

b. भाववादी

c. मार्क्सवादी 

d. रसवादी 

उत्तर - D

10. प्रगतिशील साहित्य का दार्शनिक आधार क्या है? 

a. आधुनिकतावाद 

b. शून्यवाद

c. मार्क्सवाद

d. फ्रायड का मनोविज्ञान 

उत्तर - C

11. किस कवि ने हिंदी में सानेट को लोकप्रियता प्रदान की है? 

a. केदारनाथ अग्रवाल 

b. त्रिलोचन 

c. नागार्जुन 

d. केदारनाथ सिंह 

उत्तर - B

12. 'वरुण के बेटे' किस समाज की रचना है? 

a. किसान 

b. मजदूर 

c. शिल्पकार 

d. मछुआरा 

उत्तर - D

13. linguistic survey of India (भारत का भाषा सर्वेक्षण) के लेखक है? 

a. सुनीति कुमार चटर्जी 

b. जार्ज ग्रियर्सन 

c. धीरेन्द्र वर्मा 

d. गार्सा दा तासी

उत्तर - B

14. 'इतिहासतिमिरनाशक' नामक पुस्तक किसकी रचना है? 

a. राजा शिवप्रसाद सितारेहिन्द 

b. राजा लक्ष्मण सिंह 

c. पंडित श्रीलाल

d. माधवप्रसाद मिश्र 

उत्तर - A

15. 'आधुनिक हिंदी आलोचना के बीज शब्द' नामक आलोच्य ग्रंथ किसकी रचना है? 

a. डॉ रामकुमार वर्मा 

b. नंददुलारे वाजपेयी 

c. शान्तिप्रिय द्विवेदी 

d. डॉ बच्चन सिंह 

उत्तर - D

16. 'हीरा डोम' किस कालखंड की रचना है? 

a. भारतेंदु युग 

b. द्विवेदी युग 

c. छायावाद युग 

d. समकालीन कविता 

उत्तर - B

17. आचार्य भामह को किस सम्प्रदाय का प्रवर्तक माना जाता है? 

a. रीति 

b. वक्रोक्ति 

c. ध्वनि 

d. अलंकार 

उत्तर - D

18. 'पाया पत्र तुम्हारा' किन दो रचनाकारों के बीच हुए पत्र- व्यवहार का संकलन है? 

a. महावीर प्रसाद द्विवेदी और श्रीधर पाठक 

b. नेमिचंद जैन और मुक्तिबोध 

c. रामविलास शर्मा और केदारनाथ अग्रवाल 

d. हरिवंशराय बच्चन और सुमित्रानंदन पंत 

उत्तर - B

19. "मनुष्यों की मुक्ति की तरह कविता की भी मुक्ति होती है, मनुष्यों की मुक्ति कर्म के बंधन से छुटकारा पाना है और कविता के मुक्ति छंदों के शासन से अलग हो जाना है"। ये कथन किसका है? 

a. रामचन्द्र शुक्ल 

b. सूर्यकांत त्रिपाठी निराला 

c. सुमित्रानंदन पंत 

d. हजारी प्रसाद द्विवेदी 

उत्तर - B

20. महात्मा गांधी और राजर्षि पुरूषोत्तम दास टंडन की प्रेरणा से 'राष्ट्रभाषा प्रचार समिति' की स्थापना कब और कहां हुई थी? 

a. 1917 प्रयाग में 

b. 1936 वर्धा में 

c. 1917 वर्धा में 

d. 1918 पटना में 

उत्तर-B


सोमवार, 6 जुलाई 2020

हिन्दी साहित्य मह्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर MOCK TEST 01

   हिन्दी मीमांसा MOCK TEST 

1. 'कलम का मजदूर' के लेखक कौन है?
a. अमृतराय
b. मदन गोपाल
c. अमरकांत
d. शिवसागर मिश्र

उत्तर - B



2. "कलाकार जितना उत्कृष्ट होगा उसमें भोक्ता और सृष्टा का अंतर उतना ही स्पष्ट होगा"। यह मान्यता किसकी है?
a. क्रोचे
b. वर्ड्सवर्थ
c. लोंजाइनस
d. टी. एस. इलियट

उत्तर- D




3. डॉ नगेंद्र ने अनुसंधान का प्राण-तत्व किसे माना है?
a. ज्ञान- क्षेत्र का विस्तार
b. सुसंगत प्रतिपादन शैली
c. अनुपलब्ध तथ्यों का अन्वेषण
d. उपलब्ध तथ्यों का नवीन आख्यान

उत्तर - A



4. "उत्तम आलोचना अनिवार्यतः उत्तम अनुसंधान भी है और उत्तम साहित्यिक अनुसंधान अपनी चरम परिणिति में आलोचना से अभिन्न हो जाता है"। यह कथन किसका है?
a. विजयेन्द्र स्नातक
b. नंददुलारे वाजपेयी
c. नामवर सिंह
d. डॉ नगेंद्र

उत्तर - D




5. अलंकार को 'सौन्दर्यम् अलंकारः' कह कर किसने परिभाषित किया है?
a. उद्भट
b. दण्डी
c. वामन
d. भामह
उत्तर - c

6. 'याद हो कि ना याद हो' किसकी रचना है?
a. रविन्द्र कालिया
b. काशीनाथ सिंह
c. दूधनाथ सिंह
d. नामवर सिंह
उत्तर - B



7. "प्रेमरंग-पगे जगमगे जगे जामिनी के / जीवन की जोति जगी जोर उमगत है" - पंक्ति के रचनाकार कौन है?
a. आलम
b. बोधा
c. ठाकुर
d. घनानंद
उत्तर - A




8. 'बायोग्राफिया लिटरेरिया' के लेखक कौन है?
a. कोलरिज
b. वर्ड्सवर्थ
c. लोंजाइनस
d. टी. एस. इलियट

उत्तर - A


9. "स्वस्ति श्री तुलसी कुल भूषण दूषण हरण गोसाईं /बाराहिं बार प्रणाम करहुं, अब हरहुं सोक समुदाईं" - पक्तियों के रचनाकार कौन है?
a. रहीम
b. तुलसीदास
c. केशवदास
d. मीराबाई
उत्तर - D



10. "अतः सूरसागर किसी चली आती हुई गीतकाव्य परंपरा का, चाहे वह मौखिक ही रही हो, पूर्ण विकास सा प्रतीत होता है"। य़ह कथन किस आलोचक का है?
a. हजारीप्रसाद द्विवेदी
b. रामचंद्र शुक्ल
c. मैनेजर पांडेय
d. रामविलास शर्मा
उत्तर - B


11. 'बनारस अखबार' के संपादक कौन थे?
a. राजा लक्ष्मण सिंह
b. बालमुकुंद गुप्त
c. बद्रीनारायण प्रेमघन
d. राजा शिवप्रसाद सितारेंहिंद
उत्तर - D


12. किस दार्शनिक ने साहित्य और नाटक को अपने अस्तित्ववादी विचारों की अभिव्यक्ति का माध्यम बनाया?
a. सोरेन कींकेगार्ड
b. जां पाल सांत्र
c. कार्ल मार्क्स
d. कार्ल यास्पर्स
उत्तर - B


13. 'आलोचक का स्वदेश'  रचना में किसकी जीवनी है?
a. विजयदेव नारायण साही
b. नंददुलारे वाजपेयी
c. राजेंद्र यादव
d. विजयबहादुर सिंह
उत्तर - B



14. 'हिन्दी साहित्य की समस्याएँ' किसकी पुस्तक है?
a. ई. पी. चेलीशेव
b. के. दामोदरन
c. रामविलास शर्मा
d. डॉ बच्चन सिंह
उत्तर - A

15. "सूरा सों पहिचानिवैं लरैं दीन के हेत / पुरज़ा पुरज़ा कटि मरैं कबहुं न छाडें खेत" - य़ह पंक्ति किस रचनाकार की है?
a. जगदीश चंद्र
b. मुल्ला दाऊद
c. कबीर
d. मंझन

उत्तर - C

16. "उक्ति धर्म विशालस्य राजनीति नवरसं/ खट भाषा पुराणं च, कुरानं कथितं मया" - उक्त पंक्ति किस ग्रंथ से उद्धृत है?
a. पृथ्वीराज रासो
b. आल्हा खंड
c. बीसलदेव रासो
d. भविष्यत कहा
उत्तर - A


17. "विभावादि संयोजनात्मकं वाक्यं काव्यं" - किस आचार्य द्वारा प्रतिपादित है?
a. आचार्य विश्वनाथ
b. राजशेखर
c. महिम भट्ट
d. भोजराज

उत्तर - C


18. निम्न में कौन दलित साहित्य का आलोचक नहीं है?
a. धर्मवीर
b. कंवल भारती
c. तेज़ सिंह
d. शम्भुनाथ
उत्तर - D


19. निम्न में कौन विद्वान साहित्य-लहरी को अप्रमाणिक रचना मानते है?
a. नंददुलारे वाजपेयी
b. मिश्रबंधु
c. आचार्य शुक्ल
d. ब्रजेश्वर शर्मा
उत्तर - D


20. न्यूमार्क के अनुसार "अंतराक्रमिक अनुवाद" किस प्रकार का अनुवाद होता है?
a. छायानुवाद
b. भावानुवाद
c. शत प्रतिशत अनुवाद
d. सारानुवाद
उत्तर - C


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रविवार, 5 जुलाई 2020

प्रेमचन्द के उपन्यास कालक्रमानुसार Trick के साथ

प्रेमचन्द के उपन्यासों के कालक्रमानुसार याद रखने का ट्रिक Trick 




प्रेमचंद (1880- 1936) के प्रमुख उपन्यास -


सेवासदन 1918
प्रेमाश्रय 1920
रंगभूमि 1925
कायाकल्प 1926
निर्मला 1927
गबन 1930
कर्मभूमि 1932
गोदान 1936


Trick - सेवा और प्रेम का रंग काया को निर्मल कर देता है जबकि गबन करने से कर्मभूमि छोड़कर गोदान करने पर मजबूर हो जाना पड़ता है। 



आप हुदरी रमणिका गुप्ता NET/JRF

                          हिन्दी मीमांसा  आपहुदरी (आत्मकथा) -रमणिका गुप्ता मह्त्वपूर्ण प्रश्नोत्तर 1. लेखिका रमणिका गुप्ता का जन्म कब और ...